
कलेक्टर ने टीएल बैठक में की समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा
लंबित शिकायतों का मिशन मोड में निराकरण करें— कलेक्टर सुश्री मित्तल
📝🎯खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने 21 अप्रैल को टीएल बैठक में समय सीमा संबंधी प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश सिंह, अपर कलेक्टर रेखा राठौर, संयुक्त कलेक्टर हेमलता सोलंकी, सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर पूर्वा मंडलोई एवं सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने बैठक में सबसे पहले सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की । इस दौरान उन्होंने 50, दिन, 100 दिन एवं 300 दिनों से अधिक की लंबित शिकायतों को मिशन मोड में लाकर कार्य करने के निर्देश दिये और कहा कि ऐसी शिकायतों पर विशेष ध्यान दें। स्वास्थ्य विभाग की 237 शिकायतें निराकरण के लिए लंबित हैं और वह सी ग्रेड में है। जनजातीय कार्य विभाग की 300 दिनों से अधिक की 55 शिकायतें लंबित है। ऐसी शिकायतों का तत्परता के साथ निराकरण करने एवं ग्रेडिंग में सुधार लाने के निर्देश दिये गये। सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पाये जाने पर कलेक्ट्रेट के अधीक्षक इंदर सिंह किराड़े, लोक सेवा प्रबंधक श्री प्रमोद पंवार, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी भारती अवास्या एवं उप संचालक सामाजिक न्याय धर्मेन्द्र गांगले को कारण बताओ नौटिस जारी करने के निर्देश दिये गये।
सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि नगर पालिका बिस्टान के कर्मचारियों द्वारा शिकायतों के निराकरण में रूचि नहीं जा रही है और लापरवाही बरती जा रही है। शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी के निरीक्षण में नगर पालिका की उपयंत्री बिना किसी सूचना के मुख्यालय के अनुपस्थित पायी गई थी। इस पर कलेक्टर सुश्री मित्तल ने नगर पालिका बिस्टान की उपयंत्री का सात दिनों का वेतन काटने के निर्देश दिये है। हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण नहीं करने पर कार्यपालन यंत्री ढाकसे को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये।
जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा के दौरान कलेक्टर सुश्री मित्तल ने कुंदा नदी की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाने एवं इसमें सभी विभागों से अलग-अलग दिन श्रमदान कराने के निर्देश दिये। उन्होंने इस अभियान के अंतर्गत जिले में लक्ष्य के अनुरूप 1254 खेत तालाब की तकनीकी स्वीकृति(टीएस) एवं प्रशासकीय स्वीकृति (एएस)शीघ्र जारी कर इनका कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिये। इस अभियान के अंतर्गत अमृत सरोवर के कार्य भी शीघ्र प्रारंभ करने करने के निर्देश दिये गये और कहा गया कि झिरन्या के पहाड़ी क्षेत्रों में अमृत सरोवर निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस अभियान के अंतर्गत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 3900 कुओं के रिचार्ज के लिए गुणवत्ता युक्त कार्य करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में कलेक्टर द्वारा विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं एवं कार्यों की केपीआई (मुख्य परफार्मेस इंडिकेटर) के आधार पर साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की गई। इसके अंतर्गत छात्रवृत्ति के भुगतान, छात्रावासों में रिक्त सीटों पर प्रवेश, नल-जल योजनाओं के ग्राम पंचायतों के हस्तांतरण, राजस्व विभाग के नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, फार्मर रजिस्ट्री, स्वास्थ्य विभाग के आयुष्मान कार्ड बनाने एवं हितग्राहियों के ईलाज पर हुए व्यय के भुगतान, गर्भवती माताओं के पंजीयन, संस्थागत प्रसव की संख्या, टीकाकरण, नगरीय क्षेत्रों में पीएम स्वनिधि योजना में ऋण वितरण, संबल योजना के अंतर्गत अनुग्रह सहायता वितरण, मनरेगा में रोजगार सृजन एवं निर्माण विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई और निर्देशित किया गया कि साप्ताहिक टीएल बैठक में केपीआई (मुख्य परफार्मेस इंडिकेटर) में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहिए। बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि फाईलों का निराकरण ई-आफिस कार्यप्रणाली से ही करायें।
केपीआई (मुख्य परफार्मेस इंडिकेटर) के आधार पर योजनाओं की प्रगति की होगी समीक्षा
बैठक में कलेक्टर द्वारा विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं एवं कार्यों की केपीआई (मुख्य परफार्मेस इंडिकेटर) के आधार पर साप्ताहिक प्रगति की समीक्षा की गई। इसके अंतर्गत छात्रवृत्ति के भुगतान, छात्रावासों में रिक्त सीटों पर प्रवेश, नल-जल योजनाओं के ग्राम पंचायतों के हस्तांतरण, राजस्व विभाग के नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, फार्मर रजिस्ट्री, स्वास्थ्य विभाग के आयुष्मान कार्ड बनाने एवं हितग्राहियों के ईलाज पर हुए व्यय के भुगतान, गर्भवती माताओं के पंजीयन, संस्थागत प्रसव की संख्या, टीकाकरण, नगरीय क्षेत्रों में पीएम स्वनिधि योजना में ऋण वितरण, संबल योजना के अंतर्गत अनुग्रह सहायता वितरण, मनरेगा में रोजगार सृजन एवं निर्माण विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई और निर्देशित किया गया कि साप्ताहिक टीएल बैठक में केपीआई (मुख्य परफार्मेस इंडिकेटर) में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहिए। बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि फाईलों का निराकरण ई-आफिस कार्यप्रणाली से ही करायें।



बैठक में बताया गया कि आगामी 25 अप्रैल को जिले के प्रभारी मंत्री श्री विश्वास सारंग का खरगोन आगमन प्रस्तावित है। प्रभारी मंत्री श्री सारंग के खरगोन प्रवास के दौरान लोकार्पण, भूमिपूजन किये जाने वाले कार्यों की सूची एवं उनके द्वारा विकास कार्यों की समीक्षा के लिए ली जाने वाली बैठक की तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये।